महान गुरुमत समागम के मंच से बही सौहार्द की बयार

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। पुरकाजी में जगत गुरू श्री गुरू नानक देव जी के 550 सालाना प्रकाशोत्सव पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में सभी धर्मों के लोगों ने उपस्थिति दर्ज कराई। मंच से ही धर्म गुरुओं ने लोगों से सिख समाज की अच्छाई बताने के साथ आपसी सौहार्द को लेकर तकरीर की। महान गुरुमत समागम के अंतिम दिन सनशाइन एकेडमी स्कूल में मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया गया।


रविवार सुबह गुरुद्वारा श्री सिंह सभा से गुरु ग्रंथ साहिब को खुले पंडाल में लाया गया। रास्ते में मुस्लिम समाज के लोगों ने यात्रा पर पुष्प वर्षा की। धर्म प्रचार कमेटी हापुड़ से आए भाई देविद्र सिंह ने कथा कही। मंच से ही चेयरमैन जहीर फारूकी, मौलाना याहया व हैदर अली आदि ने कहा कि सभी धर्मों का सार एक ही है, मानने के तरीके अलग है। ना कोई हिदू है, न कोई मुसलमान है। मजहब के नाम पर लड़ना बंद करना चाहिए। सभी इंसान हैं, और बनाने वाला भी एक है। उन्होंने कहा कि जो भी लोग नफरत की आग को फैला रहे हैं, उनको दबाने के लिए ऐसे आयोजन बहुत जरूरी है। अमृतसर से आए जसवीर सिंह टीम के साथ गुरु का इतिहास सुनाया। वक्ताओं ने गुरु नानक देव के जीवन के बारे में बताते हुए सिख समाज की अच्छाइयों का बखान किया। हजारों लोगों ने लंगर में प्रसाद ग्रहण किया। इस दौरान सरजीत चौधरी, संजय वर्मा, डॉ श्रीकांत रत्रा, चुन्नू मियां, मनोज जोधा, गुरुमेल बाजवा, रवि खुल्लर, हाफिज मोहसिन, धर्मेंद्र राठी, अहमद, रोमी खुल्लर, ज्ञानी जसविदर सिंह, कोमी चौधरी, राजेंद्र कुमार, रोहित खुल्लर आदि मौजूद रहे।